Gorakhpur
महिला के निधन पर उषा अग्रहरी ने दिया अर्थी को कंधा

नगर पंचायत प्रत्याशी उषा ने अर्थी को दिया कंधा, बोली मैं भी हुं साथ
रिपोर्ट: ज्ञानेंन्द्र कुमार पाण्डेय
कुशीनगर।देश की आधी आबादी में महिलाएं भी अब हर क्षेत्र में पुरुषों की बराबरी कर रही है।चाहे वो खुशी का मामला हो या फिर दुख का।हालांकि इसमें घर के पुरुषों का भी समर्थन प्राप्त है तभी ऐसा संभव हो पा रहा है। ऐसा ही कप्तानगंज के पूर्व चेयरमैन अशोक अग्रहरी की पत्नी नगरपंचायत अध्यक्ष पद प्रत्याशी उषा अग्रहरी ने अनूठा काम किया जिसकी चहूओर प्रशंसा हो रही।महिला नगर पंचायत प्रत्याशी उषा अग्रहरी को रविवार को एक महिला की निधन की सूचना मिलने पर नगर पंचायत के सुभाष चौक पहुंची और अर्थी को कंधा भी दिया और शोकाकुल परिवार को हरसंभव मदद दिलाने का भरोसा दिलाई।यहां एक महिला ने अनूठा काम किया।कार्य भी ऐसा जो एक परिवार तो दूर गांव में किसी के घर की महिलाओं ने नहीं किया था।दरअसल नगर पंचायत के सुभाष चौक सबरु कबाड़ी के पत्नी का निधन हो गया जिसकी सूचना पर नगर पंचायत अध्यक्ष पद प्रत्याशी उषा अग्रहरी पत्नी अशोक अग्रहरी ने पहुंचकर अर्थी को कंधा देकर मानवता की मिशाल पेश की।इस दौरान उनके समर्थक सहित सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित रहे।
Gorakhpur
रॉड और लाठी से पीट कर हत्या करने वाले अभियुक्त गिरफ्तार।

गोरखपुर :- महानगर के निजामपुर के गुड़ियान चौराहे के पास मंगलवार की शाम 18 वर्षीय विकास यादव पुत्र ईश्वर चंद यादव की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी । घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल युवक को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा, जहां डॉक्टर ने युवक को मृत घोषित कर दिया। मृतक के पिता ईश्वर चंद यादव ने बताया था कि उनका लड़का दही लेने गया था वापस घर आते समय कुछ अज्ञात लोगों द्वारा लाठी डंडे से पीट कर उसकी हत्या कर दिया गया।
सुचना पाकर तिवारीपुर थाना पुलिस और एसओजी टीम ने मिलकर सीसीटीवी के माध्यम से मनबढ़ों की पहचान कर गिरफ्तार कर लिया। मनबढ़ों की पहचान सूरज कुशवाहा पुत्र विनोद कुशवाहा, साहिल कुशवाहा पुत्र बृजेश कुशवाहा व राज कनौजिया पुत्र राजू कनौजिया निवासी शिव मंदिर के पास मोहनलालपुर थाना तिवारीपुर जनपद गोरखपुर के रूप में हुई।
बृहस्पतिवार को पुलिस अधीक्षक नगर द्वारा प्रेस वार्ता कर बताया की मृतक विकास यादव और अभियुक्त सूरज कुशवाहा, साहिल कुशवाहा व राज कनौजिया का झगड़ा पिछले वर्ष गणेश उत्सव में किन्ही बातों को लेकर हुआ था। तब से इनकी आपसी दुश्मनी थी, जिसकी वजह से यह हत्या की गई। सूरज कुशवाहा और साहिल कुशवाहा को गिरफ्तार कर लिया गया है राज कनौजिया अभी फरार है, उसकी तलाश की जा रही है। अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पूछताछ की जा रही है तथा विधिक की जाएगी। उन्होंने उप निरीक्षक मदन मोहन मिश्रा थानाध्यक्ष तिवारीपुर और उपनिरीक्षक मनीष यादव एसओजी प्रभारी गोरखपुर तथा उनकी टीम को उनकी सफलता के लिए बधाई भी दी।
Gorakhpur
मध्यप्रदेश गोरा भैरव जी जिनका प्रसाद हैं मदिरा

धार्मिक लेख: चीफ एडिटर-विनय कुमार त्रिपाठी✒️
नागदा जक्शन से 18 किलोमीटर दूरी पर स्थिति हैं श्रीदेवनारायण भैरव जी
मध्यप्रदेश। आपको बताते चले कि मध्यप्रदेश में नागदा नगर से 18 किलोमीटर दूर ग्राम फर्नाखेड़ी के नज़दीक श्रीदेवनारायण भैरव जी।ऊंची पहाड़ीनुमा क्षेत्र में सके महल के साथ यह मंदिर बना हुआ है।मंदिर के पुजारी बलराम जी ने यह बताया कि यह दुनिया का एक मात्र मंदिर हैं ,जहां एक प्रतिमा पर गोरा व काला भैरव जी विराजित हैं और इनका प्रसाद हैं मदिरा। जहां बड़े संख्या में श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहता हैं व काल भैरव को चढ़ता हैं उनका प्रसाद मदिरा।
आपको बताते चले कि जब हम मंदिर के अंदर प्रवेश करते हैं तो भोग लगाते समय मदिरा की बदबू समाप्त हो जाती हैं। मदिरा की यह बदबू कहा चली जाती हैं जो कि आज भी रहस्य बना हुआ है। अधिक जानकारी के लिये हमने जब पंडित जी व क्षेत्रीय लोगों से बात चीत की तो उन्होंने बताया कि इस मंदिर की नींव 1131 में रखी गई थी और 1136 में यह मंदिर बनकर तैयार हुआ था।
उन्होंने बताया कि जब मंदिर का निर्माण हो रहा था तो अंग्रेजो द्वारा रेल की पटरी इधर से बिछाई जा रही थी तो मंदिर बीचों बीच मे आने के कारण मंदिर को तोड़ा गया था और औऱ मंदिरों की दिवारो को दुसरी तरफ कर दिया गया था।पर जब सुबह हुई तो सभी लोग यह देखकर अचंभित थे कि मंदिर पुनःअपने स्थान पर वैसे ही खड़ी थी।ऐसा कई दिन चलता रहा पर सुबह मंदिर सज धज कर पुनः वैसे ही खड़ी हो जाती थी।जिससे अंत मे हार मानकर उनको रेल की पटरी को दूसरी तरफ से ले जाना पड़ा।जिसे वहां के लोग उसे श्रीदेवनारायण जी व काल भैरव का आशीर्वाद बताते है। कहा जाता यहां मन से मांगी हुई सभी मुरादे पुरी होती व काल भैरव का आशीर्वाद बना रहता।
Gorakhpur
14 पर्चे गोरखपुर फैजाबाद चुनाव के लिए बिके

सिटी संवाददाता, विनय यादव
12 जनवरी तक चलेगा नामांकन
30 जनवरी को चुनाव और 2 फरवरी को होगी मतगणना
गोरखपुर- फैजाबाद स्नातक निर्वाचन चुनाव के नामांकन की प्रकिया शुरू हो गई है। गुरुवार को नामांकन के लिए गोरखपुर कमिश्नर कोर्ट में 14 पर्चे बिके हैं।फिलहाल अभी 12 जनवरी नामाकंन की प्रकिया जारी रहेगी। जबकि, 13 जनवरी को नामांकन पत्रों को चेक किया जाएगा। इसके बाद 16 जनवरी को नाम वापस किया जा सकेगा।
गुरुवार को RO/कमिश्नर रवि कुमार एनजी खुद अपने कोर्ट में मौजूद रहकर पर्चा खरीदने वालों की निगरानी करते रहे। गोरखपुर-फैजाबाद खंड स्नातक चुनाव की अधिसूचना भी गुरुवार को जारी कर दी गई।
शुक्रवार की सुबह अयोध्या के अधिवक्ता सरयू प्रसाद धर दूबे ने तीन सेट पर्चा खरीदा। चुनाव प्रक्रिया को लेकर पुलिस और प्रशासन ने जबरदस्त तैयारियां की हैं। पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किए जाने के बाद ही कोर्ट परिसर में बैरिकेडिंग भी कराई गई है। ताकि, चुनाव में किसी तरह की खलल न पड़ने पाए।
30 को चुनाव और 2 फरवरी को होगी मतगणना
कमिश्नर रवि कुमार एनजी ने बताया, MLC चुनाव में नामांकन पत्र प्रत्याशी या अधिकृत एजेंट द्वारा खरीदे जाने लगा है। 16 जनवरी तक सभी प्रक्रियाएं पूरी कराने के बाद चुनाव का मतदान 30 जनवरी की सुबह 8 बजे से अपराह्न 4 बजे तक होगा।
17 जिलों में बनाए गए मतदान केंद्र
गोरखपुर- फैजाबाद स्नातक निर्वाचन के 2,49,382 मतदाता अपने अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। चुनाव की मतगणना का 2 फरवरी को होगी।
-
Mahrajganj4 weeks ago
जिला अधिकारी ने शीत लहर के मद्देनजर एक से आठ तक सभी विद्यालय बन्द करने का दिया आदेश। बीएसए ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को आदेश का अनुपालन सुनिश्चित कराने का जारी किया फ़रमान। सभी स्कूल में शनिवार तक छुट्टी।
-
Gonda3 weeks ago
पहाड़ापुर में बंजर भूमि की कब्जेदारी को लेकर हुआ खूनी संघर्ष
-
Gonda2 weeks ago
गौवंश की तस्करी का पुलिस ने किया भंडाफोड़
-
Mahrajganj3 weeks ago
पनियरा ब्लाक के प्रधानों ने विरोध प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन
-
Mahrajganj4 weeks ago
सीडीओ ने की विकास कार्यों की समीक्षा, कर्मचारियों को दिया जरूरी निर्देश
-
Gorakhpur4 weeks ago
धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर पर लगा मारपीट का आरोप
-
Gorkhpur4 weeks ago
नई रेल लाइन सहजनवा दोहरीघाट के लिए काश्तकारों का मुआवजा शीघ्र मिले : कमलेश पासवान
-
Uttar Pradesh3 weeks ago
‘बेसिक के मणि’ जो कभी बनना चाहते थे IAS, लेकिन आज गरीब बच्चों के सपनों को दिला रहे हैं पहचान